चुनाव आयोग ने उत्तराखंड में चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है। राज में जहां 21 तारीख के बाद नामांकन होंगे वहीं राज्य में 14 फरवरी को मतदान होंगा वहीं इससे पहले पार्टियों में टिकट बंटवारे और दावेदारों को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है। जहां यूकेडी ने अपनी पहले सूची जारी कर दी है आप ने अपने प्रत्याशियों की दूसरी सूची भी आज जारी कर दी है। इस बीच खबर उत्तराखंड भाजपा से है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार व पार्टी सूत्रों के हवाले से खबर है कि भाजपा एक परिवार एक व्यक्ति के टिकट के फार्मूले को अपना सकती है
बता दें कि 2017 के विधानसभा चुनाव में एक परिवार में दो सदस्यों को टिकट पार्टी ने दिए थे जिसमे विधायक मुन्ना सिंह चौहान और उनकी पत्नी को पार्टी ने टिकट दिया था। इसी के साथ भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए यशपाल आर्य और उनके पुत्र को भी पार्टी ने टिकट दिया था।
पार्टी सूत्रों के हवाले से खबर है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में एक परिवार एक टिकट के फार्मूले पर पार्टी मुहर लगा सकती है। एक व्यक्ति एक टिकट के फार्मूला लागू हुआ तो पार्टी के भीतर कई नेताओं को बड़ा झटका लग सकता है। अगर पार्टी ने ऐसा किया तो कई वर्तमान विधायक नाराज हो सकते हैं जिसमे सबसे ऊपर नाम हो सकता है हरक सिंह रावत का। जी हां बता दें कोटद्वार से विधायक और कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत अपनी बहू अनुकृति के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं. उनकी बहू लगातार लैंसडाउन विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय है। अनुकृति लोगों के बीच जाकर समस्या सुन रहीं हैं।
अगर पार्टी एक परिवार एक टिकट का फॉर्मूला काम में लाती है तो पार्टी में कई विधायकों को झटका तो लगेगा ही साथ ही नाराजगी भी बढ़ने के आसार है। ऐसे में देखना होगा की पार्टी क्या फैसला लेती है और रुठों को एक बार फिर से कैसे मनाती है?