टिहरी में दल बदलू नेताओं को टिकट पर कांग्रेस और भाजपा के भीतर भारी आक्रोश, दोनों पार्टियों में बड़े पैमाने पर भीतरघात की आशंकाएं
दल बदलू नेताओं को टिकट पर कांग्रेस और भाजपा के भीतर भारी आक्रोश है। दोनों पार्टियों में बड़े पैमाने पर भीतरघात की आशंकाएं हैं टिहरी सीट पर भाजपा ने कांग्रेस से पाला बदलने वाले किशोर उपाध्याय को टिकट थमाया,तो चंद घण्टों के भीतर भाजपा विधायक धन सिंह नेगी को कांंग्रेस ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। जानकार लोगों के अनुसार टिहरी के राजनीतिक इतिहास में दलबदल की यह अब तक की अनूठी घटना है।
विधायक नेगी अपने कार्यकाल में लगातार क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं। कांग्रेस के युवा नेता आकाश कृषाली चार साल से तैयारियों में जुटे थे।कोरोना के पीक दौर में आकाश और उनकी पत्नी नगर पालिका परिषद अध्यक्ष सीमा कृषाली ने सराहनीय भूमिका निभाई थी। हाल में रोजगार सहित स्थानीय मुद्दों को लेकर क्षेत्र में कांग्रेस के सिंबल वाले पर्चे बांट कर भी आकाश ने पार्टी की ओर से चुनाव लड़ने के संकेत दिए थे। प्रतापनगर की ब्लाक प्रमुख विजय लक्ष्मी थलवाल और नरेश रमोला भी कांग्रेस टिकट के दावेदार थे। लेकिन टिहरी से दो बार विधायक रहे और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के कारण पार्टी के टिकट को लेकर असमंजस की स्थिति बन गई थी।
भाजपा ने उम्मीदवारों की पहली सूची में विधायक नेगी को शामिल नहीं किया था। दूसरी ओर उपाध्याय की भाजपा में शामिल होने की चर्चाएं थीं स्वाभाविक है कि दोनों दलों के प्रतिबद्ध नेताओं और कार्यकर्ताओं में टिकट वितरण को लेकर आक्रोश है। कांग्रेस ने टिहरी नगरपालिका अध्यक्ष के चुनाव में भी सीमा कृषाली का आखिरी क्षणों में टिकट काट दिया था। उन्होंने निर्दलीय लड़कर बड़े बहुमत से चुनाव जीत लिया था। भाजपा में भी पूर्व जिलाध्यक्ष मेहरबान सिंह रावत, खेम सिंह चौहान सहित टिकट के दावेदार थे।