समर्पण की मिसाल, निकाय चुनाव में जुटे दिनेश डोभाल और श्रीमती इंदू डोभाल की संघर्ष गाथा, पढ़कर आप भी करेंगे तारीफ
समर्पण की मिसाल, निकाय चुनाव में जुटे दिनेश डोभाल और श्रीमती इंदू डोभाल की संघर्ष गाथा, पढ़कर आप भी करेंगे तारीफ

नई टिहरी: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता दिनेश डोभाल ने एक बार फिर अपनी निष्ठा और कर्तव्यपरायणता का उदाहरण प्रस्तुत किया है। निकाय चुनावों के लिए दिन-रात प्रचार में व्यस्त डोभाल की धर्मपत्नी, श्रीमती इंदू डोभाल, अपने स्वास्थ्य को लेकर अस्पताल पहुंचीं, लेकिन उनका और उनके पति का समाज और पार्टी के प्रति समर्पण लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है।
श्रीमती इंदू डोभाल, जो हिमालय अस्पताल, जौली ग्रांट में सिर पर चोट लगने के कारण उपचार के लिए गई थीं, ने बताया कि कैसे उनके पति चुनावी कार्यों में इतने व्यस्त हैं कि अपनी स्वास्थ्य समस्याओं को भी नज़रअंदाज़ कर रहे हैं। सिर पर पट्टी और हाथ में सीटी स्कैन की रिपोर्ट लिए, श्रीमती डोभाल ने अपनी तकलीफों के बावजूद अपने पति का हौसला बनाए रखा। उनका कहना था, “डोभाल जी समाज और पार्टी के लिए समर्पित हैं। अपने सुख-दुख को भूलकर वे हमेशा समाज सेवा में लगे रहते हैं।”
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान, दिनेश डोभाल ने फोन पर बताया कि वे नई टिहरी में चुनाव प्रचार में जुटे हैं। उन्होंने कहा,मैं पार्टी का सच्चा सिपाही हूं। जैसे युद्ध के समय सेना को हर सैनिक की जरूरत होती है, वैसे ही चुनाव में हर कार्यकर्ता का योगदान जरूरी है। मुझे पूरा विश्वास है कि मेरी पत्नी जल्द स्वस्थ हो जाएंगी।
दिनेश डोभाल के इस समर्पण को देखकर पार्टी के अन्य कार्यकर्ता भी प्रेरित हुए हैं। उनके समर्पण और संघर्ष की यह कहानी न केवल भारतीय जनता पार्टी बल्कि सभी राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणास्रोत बन चुकी है।
और श्रीमती डोभाल का यह संघर्षपूर्ण जीवन हमें यह सिखाता है कि सच्चे कर्मयोगी वही होते हैं जो अपने कर्तव्यों और समाज सेवा को सर्वोपरि रखते हैं।
(सभार शुष्मा बहुगुणा की वाल से!)