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‌टिहरी : डीएम हो तो ऐसा, डीएम की मुस्तैदी से टली तिनगढ़ गांव में बड़ी अनहोनी, 80 लोग सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट

‌टिहरी : डीएम हो तो ऐसा, डीएम की मुस्तैदी से टली तिनगढ़ गांव में बड़ी अनहोनी, 80 लोग सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट

घनसाली, 27 जुलाई (मुकेश रतूड़ी/पंकज भट्ट): भिलंगना ब्लॉक के बूढ़ाकेदार क्षेत्र के तोली, भिगुन और तिनगढ़ गांवों में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। तोली गांव में मां-बेटी की मलबे में दबने से दर्दनाक मौत हो गई, वहीं तिनगढ़ गांव भयंकर भूस्खलन की चपेट में आ गया। डीएम मयूर दीक्षित की मुस्तैदी और त्वरित कार्यवाही से गांव को खाली कराकर बड़ी अनहोनी टाल दी गई।

गुरुवार रात से हो रही भारी बारिश और बादल फटने के कारण तिनगढ़ गांव में लगातार भूस्खलन हो रहा था। डीएम मयूर दीक्षित ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तुरंत एसडीएम अपूर्वा सिंह, सीओ ओशिन जोशी सहित राजस्व, पुलिस और एसडीआरएफ की टीम को गांव खाली कराने के निर्देश दिए। प्रशासन ने 80 में से 50 लोगों को सुबह 12 बजे तक राजकीय इंटर कॉलेज विनयखाल में बनाए गए अस्थाई कैंप में सुरक्षित शिफ्ट कर दिया।

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अपराह्न करीब साढ़े 3 बजे गांव के ऊपर से फिर से भूस्खलन सक्रिय हुआ और भारी मात्रा में मलबा 8 से 10 घरों पर गिरा, जिससे ये घर पूरी तरह से जमींदोज हो गए। गांव के लोग दूर से ही अपने आशियानों को मलबे में दबते देख रहे थे।

डीएम मयूर दीक्षित और विधायक शक्ति लाल शाह ने भिगुन गांव पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि तिनगढ़ में रहना खतरे से खाली नहीं है और गांव के विस्थापन की प्रक्रिया आपदा प्रबंधन के तहत जल्द शुरू की जाएगी। फिलहाल, गांव के सभी 80 लोगों को विनयखाल इंटर कॉलेज में रखा गया है, जहां पर उन्हें राशन, पेयजल, जूस, दवाइयां, रजाई-गद्दे, कंबल, टॉर्च, मोमबत्ती, चीनी, नमक आदि सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।

स्थानीय निवासी आनंद सिंह, जयवीर सिंह, और मनमोहन सिंह ने डीएम मयूर दीक्षित की सराहना करते हुए कहा कि समय रहते गांव खाली कराने का निर्णय नहीं लिया गया होता तो गांव में जान-माल की भारी हानि हो सकती थी। उन्होंने शासन-प्रशासन से गांव को सुरक्षित स्थान पर विस्थापित करने की मांग की है।

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