जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल इवा आशीष श्रीवास्तव की अध्यक्षता में आज विकास भवन सभागार नई टिहरी में जिला स्तरीय सलाहकार एवं समीक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में वर्ष 2021-22 के त्रैमास दिसम्बर, 2021 तक विभिन्न योजनाओं यथा वित्तीय समायोजन योजना, वार्षिक ऋण योजना, ऋण जमा अनुपात, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, राष्ट्रीय शहरी/ग्रामीण आजीविका मिशन, स्पेशल कम्पोनेंट प्लान, वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली योजना आदि योजनाओं में बैंकों द्वारा की गयी प्रगति एवं अन्य विषयों पर चर्चा/समीक्षा की गई। वहीं जनपद के लिए वित्तीय वर्ष 2022-23 का वार्षिक लक्ष्य 697.11 करोड़ का प्रस्ताव भी अनुमोदन हेतु प्रस्तुत किया।
जिलाधिकारी ने संबंधित सरकारी विभागीय अधिकारियों एवं बैंकर्स के अधिकारियो को निर्देशित किया कि जिले के विकास हेतु आपसी समन्वय एवं सांमजस्य के साथ कार्य करें। उन्होंने एलडीएम को निर्देशित किया कि एसएसए(सब सर्विस एरिया) विवरण में सक्रिय और निष्क्रिय कलस्टर की बैंक वाइज रिपोर्ट उपलब्ध करायें, जो निष्क्रिय हैं, उन्हें सक्रिय करें या बदलना रिप्लेस करा दें। उन्होंने निर्देशित किया कि सभी बैंकों की ग्रामीण शाखाएं प्रतिमाह एक वित्तीय साक्षरता शिविर(एफएलसी) अनिवार्य रूप से लगायें। जिलाधिकारी ने सभी बैंकों को निर्देशित किया कि विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत ब्रांच वाइज लम्बित प्रकरणों पर विजिट कर लम्बित प्रकरणों का निस्तारण करते हुए लक्ष्यों में प्र्रगति लाना सुनिश्चित करें। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन(एन.आर.एल.एम.) की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने सभी बैंकों को निर्देशित किया कि वापस लौटाये गये आवेदन पर पुनः समीक्षा कर लें तथा प्रकरण वाइज आवेदनों को निरस्त करने का कारण स्पष्ट रूप से लिखना सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि लम्बित प्रकरणों के संबंध में संबंधित आवेदनकर्ता से भी सम्पर्क करते हुए उनकी समस्या का समाधान करना सुनिश्चित करें। किसान क्रेडिट कार्ड, कृषि ऋण, प्रधानमंत्री कृषि बीमा योजना एवं पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने सभी बैंकों को निर्देशित किया कि आगामी माह अपै्रल, मई एवं जून में कैम्प लगाना सुनिश्चित करंे तथा तहसील वाइज लम्बित आर.सी. की समीक्षा कर प्रकरण वाइज रिपोर्ट उपलब्ध करायें। वहीं मुख्य कृषि अधिकारी एवं मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि योजना के सफल सम्भावित क्षेत्र चिन्ह्ति कर सूची एलडीएम को उपलब्ध करा दें।
बैठक में अग्रणी बैंक प्रबन्धक कपिल मरवाहा ने वित्तिय समायोजना योजना की समीक्षा के दौरान बताया कि जनपद में बैंकों को 198 कलस्टर/एस.एस.ए. बैंकिंग सुविधा हेतु आंवटित किये गये थे, जो कवर कर लिये गये हैं। बताया कि त्रैमास दिसम्बर 2021 में जिला सहकारी बैंक द्वारा 36, उत्तराखण्ड ग्रामीण बैंक द्वारा 10, पीएनबी द्वारा 28, एसबीआई द्वारा 26 एफएलसी कैम्पों का आयोजन किया गया, जिसमें 1058 लोगांे द्वारा प्रतिभाग किया गया। बताया कि वार्षिक ऋण योजना के तहत वर्ष 2021-22 हेतु जारी किये गये नाबार्ड के पोटेंशियल लिंक्ट प्लान पर आधातिर वार्षिक ऋण योजना के लिए कुल लक्ष्य राशि रूपये 668.99 करोड़ के सापेक्ष रू. 220.59 करोड़ की प्रगति हुई। बताया कि जनपद का ऋण जमा अनुपात दिसम्बर, 2021 तक 28.96 प्रतिशत रहा, जो कि दिसम्बर, 2020 के सापेक्ष 2.32 प्रतिशत अधिक रहा। उनके द्वारा मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, एन.आर.एल.एम., एनयूएलएम, किसान क्रेडिट कार्ड, कृषि ऋण, प्रधानमंत्री कृषि बीमा योजना एवं पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना, वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली आदि योजनाओं के तहत लक्ष्य एवं प्रगति की भी जानकारी दी गई।
बैठक में निदेशक भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) टिहरी गढ़वाल वी.एस. चौहान ने बताया कि वर्ष 2021-22 में 20 प्रशिक्षण कार्यक्रमों में 500 प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षित किये जाने का लक्ष्य निर्धारित है। संस्थान द्वारा आयोजित अब तक कुल 19 प्रशिक्षण कार्यक्रमों में 521 प्रशिक्षणार्थियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है। बताया कि अब तक 261 प्रशिक्षणार्थियों ने बैंक ऋण की सहायता से तथा 66 प्रशिक्षणार्थियों ने स्वयं से अपना स्वरोजगार शुरू कर दिया है। इस दौरान आरसेटी के परिसर निर्माण पर भी चर्चा की गई।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नमामी बंसल, जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. एस.के. बर्तवाल, मुख्य कृषि अधिकारी अभिलाषा भट्ट, महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र महेश प्रकाश, मैनेजर पीएनबी निकिता, जीएम आरएसीसी एसबीआई अमित सकलानी, जिला पर्यटन विकास अधिकारी अतुल भण्डारी, जिला ग्रामोद्योग अधिकारी राजीव भट्ट, एलडीओ आरबीआई आशीष कृष्ण सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।