दीनगांव में संदिग्ध हालातों में व्यक्ति की मौत, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका, की जांच की मांग
दीनगांव में संदिग्ध हालातों में व्यक्ति की मौत, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका, की जांच की मांगदीनगांव में संदिग्ध हालातों में व्यक्ति की मौत, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका, की जांच की मांग
प्रतापनगर क्षेत्र के दीनगांव में एक 36 वर्षीय व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ने पूरे गांव में सनसनी फैला दी है। मृतक संजय सिंह कैंतुरा का शव गांव की एक दुकान में मिला, जिसके बाद परिजनों और ग्रामीणों ने हत्या की आशंका जताते हुए मामले की निष्पक्ष और जांच की मांग की है।
घटना के पीछे हत्या की आशंका
रविवार शाम को हुई इस घटना ने ग्रामीणों को स्तब्ध कर दिया। मृतक के सिर पर चोट के निशान पाए गए हैं, जिससे परिजनों का दावा है कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि एक सुनियोजित हत्या है। शव के पास नुआन की शीशी मिलने से शक है कि इसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई। मृतक की पत्नी और ग्रामीणों ने एक व्यक्ति पर हत्या का आरोप लगाया है, जो कथित रूप से अवैध शराब के कारोबार में लिप्त है।
परिजनों और ग्रामीणों ने सौंपा ज्ञापन
सोमवार को जिला कांग्रेस टिहरी के जिलाध्यक्ष राकेश राणा, किसान मोर्चा के गोविंद सिंह रावत और ग्राम प्रधान नरेंद्र कैंतुरा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और एसएसपी को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। ग्रामीणों ने पुलिस पर अब तक आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई न करने का आरोप भी लगाया है।
अवैध शराब का कारोबार बना क्षेत्र के लिए संकट
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राकेश राणा ने कहा कि प्रतापनगर क्षेत्र में अवैध शराब और नशे का कारोबार पिछले कई वर्षों से फल-फूल रहा है, जिससे इस तरह की घटनाएँ लगातार हो रही हैं। उन्होंने पुलिस और आबकारी विभाग से इस पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
स्वास्थ्य सेवाओं में कमी से ग्रामीण परेशान
ग्रामीणों ने डीएम से लमगांव अस्पताल में बुनियादी सुविधाओं की कमी के बारे में भी शिकायत की। मोर्चरी न होने के कारण ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा, अस्पताल में लैब टेक्नीशियन, एक्स-रे टेक्नीशियन, डॉक्टर और गाइनेकोलॉजिस्ट की भी कमी है, जिससे यह अस्पताल मात्र रेफर केंद्र बनकर रह गया है।
परिजनों को न्याय की आस मृतक के परिजन और ग्रामीण इस मामले की गहराई से जांच की मांग कर रहे हैं ताकि दोषियों को सजा मिल सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।