विकास खण्ड जाखणीधार के सेमण्डीधार में जिलाधिकारी टिहरी की अध्यक्षता में बहुद्देशीय शिविर का आयोजन , शिविर में 37 शिकायतें दर्ज , इन अधिशासी अभियंता का स्पष्टीकरण तलब
विकास खण्ड जाखणीधार के सेमण्डीधार में जिलाधिकारी टिहरी की अध्यक्षता में बहुद्देशीय शिविर का आयोजन , शिविर में 37 शिकायतें दर्ज , इन अधिशासी अभियंता का स्पष्टीकरण तलब
जनता की समस्याओं/शिकायतों का निस्तारण क्षेत्र स्तर पर ही किये जाने हेतु जिला प्रशासन द्वारा आज ढुंग मन्दार क्षेत्र विकास खण्ड जाखणीधार के रा.उ.मा.वि. सेमण्डीधार में बहुद्देशीय शिविर का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल इवा आशीष श्रीवास्तव की अध्यक्षता में आयोजित शिविर में 37 शिकायतें दर्ज की गई, जिनमें से अधिकतर शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया तथा शेष शिकायतों का शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिए गए। शिविर में अधिकांश शिकायतें सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा, पेंशन, सड़क निर्माण से हुई क्षति का मुआवजा, इंश्योरेंस आदि से संबंधित थी। आधी अधूरी जानकारी देने पर प्रभारी अधिशासी अभियंता जल निगम टिहरी का स्पष्टीकरण तलब किया गया।
शिविर में धिरपाल पाल सिंह रमोला खोला मंदार व हुकम सिंह रावत कढुड़ मंदार द्वारा अपने घर के पास बिजली के झूलते हुए तारों को ठीक करवाने तथा प्रधान ग्राम पंचायत बडौन गांव जमुना प्रसाद बडोनी ने गांव में विद्युत लाइन तार व पोल की मरम्मत करवाने का अनुरोध किया गया, जिस पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता विद्युत को एक सप्ताह के अंदर ठीक करवाने का निर्देश दिए। प्रधान ग्राम पंचायत ढुंग स्वाति देवी द्वारा ग्राम पंचायत ढुंग के पिलखा नामे तोक अनुसूचित जाति बस्ती में पेयजल की समस्या का समाधान करने का अनुरोध किया गया, जिस पर अधिशासी अभियंता जल संस्थान द्वारा गांव में एक स्रोत बताया गया जिस पर जिलाधिकारी ने एक सप्ताह के अंदर एचडीपीई पाइप से समस्या का समाधान करते हुए आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। प्रधान ग्राम पंचायत कस्तल द्वारा
शिकायत की गई कि ग्राम कस्तल में सिंचाई विभाग द्वारा वर्ष 2020-21 में बाढ़ नियंत्रण एवं सुरक्षा कार्य करवाए जाने का अनुरोध किया गया था, कार्यस्थल पर ठेकेदार द्वारा पोकलैंड मशीन पहुंचाने हेतु गधेरे से रास्ता बनाया गया जिसके कारण गांव के रास्ते व खेत क्षतिग्रस्त हुए तथा 2 वर्ष से खेतों की गूल न होने के कारण लगभग 30-35 परिवारों के खेत बंजर पड़े हैं जबकि ठेकेदार द्वारा लिखित व मौखिक रूप से ठीक करने का आश्वासन दिया गया था, इस पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता सिंचाई को निर्देशित किया कि ठेकेदार की पेमेंट रोकने दें और यदि संबंधित द्वारा क्षतिग्रस्त संपत्ति का भुगतान नहीं किया जाता है तो उसको ब्लैक लिस्टेड कर दें। रमेश सिंह रावत ग्राम मंदार ने कहा कि उसका आवास पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है उनके द्वारा अटल आवास की स्वीकृति करने के अनुरोध किया गया, जिलाधिकारी ने एसडीएम को एसडीआरएफ के अंतर्गत प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। इसी प्रकार अन्य शिकायतों को संबंधित अधिकारियों को प्रेषित करते हुए तत्काल नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने विभागीय स्टॉलों का निरीक्षण कर स्टॉल में प्राप्त आवेदन, लाभान्वित किये गए लाभर्थियों की संख्या आदि की जानकारी ली।
शिविर में कृषि, पशुपालन, समाज, कल्याण, चिकित्सा स्वास्थ्य, बाल विकास, ग्राम्य विकास, पंचायती राज, राजस्व विभाग, जिला अग्रणी बैंक, सैनिक कल्याण, सहकारिता, शिक्षा आदि विभागों के विभागीय स्टॉल के माध्यम से जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने के साथ ही आवदेन पत्र प्राप्त किये गए।
इस अवसर पर पंचायती राज विभाग के स्टॉल द्वारा 19 परिवार रजिस्टर की नकल तथा 2 निरस्तीकरण राशन कार्ड आवेदन पत्र प्राप्त किये गए तथा 20 पेंशन प्रकरणों का सत्यापन किया गया। राजस्व विभाग द्वारा एक स्थायी, दो पर्वतीय, दो जाति तथा एक आय प्रमाण पत्र बनाये गये। वहीं दो आधार कार्ड भी बनाये गये। स्वास्थ्य विभाग द्घारा 8 लोगों की स्वास्थ्य जांच, 2 लोगों का कोविद टीकाकरण तथा 8 दिव्यांग प्रमाण पत्र जारी किये गये। समाज कल्याण विभाग द्वारा 33 पेंशन प्रकरणों का भौतिक सत्यापन, 2 यूडीआईडी कार्ड, 8 नये पेंशन फार्म भरे गये तथा 19 आवदेन पत्र वितरित किये गए। सैनिक कल्याण में तीन आवेदन पत्र प्राप्त, कृषि विभाग में 14 लोगों को पर्वतीय हल वितरित तथा 13 आवेदन किसान सम्मान निधि हेतु पंजीकृत, पशु विभाग द्वारा 15 को चारा बीज व पशुओं हेतु नि:शुल्क दवाई वितरित की गई। सहकारिता विभाग द्वारा 8 केसीसी आवेदन पत्र प्राप्त, उद्यान विभाग द्वारा 02 लोगों को उपकरण व कीटनाशक दवा उपलब्ध कराई गई। आयुष विभाग द्वारा 33 आयुष्मान सुरक्षा किट उपलब्ध कराई गई। जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार किए गए उत्पादों, रॉ मैटेरियल, विक्रय आदि की जानकारी ली। उन्होंने बाल विकास विभाग के स्टॉल में स्पर्श नेपकिन, मातृ वंदना योजना के तहत गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को दिए जाने वाले पोषण किट, टीएचआर में दिए जाने वाले सामान आदि की भी जानकारी ली।
तत्पचात जिलाधिकारी द्वारा मंदार स्वयं सहायता समूह द्वारा संचालित मंदार बेकर्स का निरीक्षण कर तैयार किए जा रहे उत्पादों की जानकारी हासिल की। इसके बाद जिलाधिकारी ने सुनहरीगाड़ में स्थापित जीएमवीएन गेस्ट हाउस का निरीक्षण संचालित करने के निर्देश दिए।
इस मौके पर ब्लॉक प्रमुख जाखणीधार सुनीता देवी, जिला पंचायत सदस्य सुनीता भुजवान, प्रधान मंदार संगीता रावत, प्रधान सेमा रामेश्वरी देवी, प्रधान भटवाड़ा भागवत प्रसाद, बीडीसी मेंबर परमवीर सिंह पवार, डीएफओ टिहरी वी.के. सिंह, एसडीएम घनसाली के एन गोस्वामी, पीडी डीआरडीए प्रकाश रावत, जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार, मुख्य शिक्षा अधिकारी एल एम चमोला, एलडीएम कपिल मारवाह, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल(से.नि.) जी.एस. चन्द, जिला उद्यान अधिकारी प्रमोद त्यागी, जिला समाज कल्याण अधिकारी के.एस. चौहान, जिला युवा कल्याण अधिकारी पंकज तिवारी, बाल विकास अधिकारी बबीता, ई डिस्ट्रिक्ट मैनेजर हरेंद्र शर्मा सहित अन्य संबंधित अधिकारी, क्षेत्रीय ग्रामीण मौजूद रहे।