उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज पौड़ी जिले के यमकेश्वर में पतंजलि वेलनेस की योग, आयुर्वेद एवं प्राकृतिक चिकित्सा की इंटीग्रेटेड थेरेपी के अत्याधुनिक केंद्र ‘वेदालाइफ-निरामयम् का उद्घाटन किया. इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पतंजलि योगपीठ के संस्थापक योग गुरू बाबा रामदेव को बधाई देते हुए कहा कि यह केंद्र हेल्थ टूरिज्म को बढ़ावा देने के साथ ही व्यापक पैमाने पर रोजगार सृजन का कारक भी बनेगा उद्घाटन से पहले योग गुरू बाबा रामदेव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और स्थानीय विधायक रेनू बिष्ट को तिलक लगाकर उनका स्वागत किया. इस अवसर पर पतंजलि योगपीठ के सीईओ आचार्य बालाकृष्ण ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक माला भी भेंट की।
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तराखंड में पलायन एक बहुत बड़ी समस्या है. ऐसे में इस तरह के गतिविधियों से पहाड़ों में मेडिसनल टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा. साथ ही इसके स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा. उन्होंने कहा कि आज पूरा विश्व जैविक खेती की बात कर रहा है. लिहाजा, पहाड़ो में जैविक खेती को प्रोत्साहन दिया जाए तो पहाड़ों में इसकी इंडस्ट्री को डेवलप किया जा सकता है. इस दिशा में अन्य इसी तरह के संस्थान कार्य कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्रिटिशकाल में टीबी की बीमारी से ग्रसित लोगों को पहाड़ों में जाने के लिए कहा जाता था. ताकि वह यहां के शुद्ध वातारण में रिकवर हो सके. उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को फेफड़ों से संबंधित कोई समस्या भी है तो वह इस प्रकृति की गोद में आकर स्वस्थ हो सकता है. उन्होंने आगे कहा कि आयुर्वेद एवं प्राकृतिक चिकित्सा को बढ़ावा देने के लिए वह योग गुरू रामदेव का कोटि-कोटि धन्यवाद करते हैं