जनता दर्शन में कुट्टा के ग्रामीण पहुंचे डीएम के दरबार, हाई टेंशन लाइन बिछाने पर रोक की मांग
जनता दर्शन में कुट्टा के ग्रामीण पहुंचे डीएम के दरबार, हाई टेंशन लाइन बिछाने पर रोक की मांग

टिहरी। जनता दर्शन कार्यक्रम के दौरान आज ग्रामसभा कुट्टा के ग्रामीणों ने एक बाहरी निजी कंपनी द्वारा ग्रामसभा की परिसंपत्तियों से हाई टेंशन विद्युत लाइन ले जाने के विरोध में जिलाधिकारी से मुलाकात की। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि वे ग्रामसभा कुट्टा के मूल निवासी हैं और उनकी सहमति के बिना गांव की भूमि व सार्वजनिक रास्तों से जबरन विद्युत पोल लगाए जा रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि संबंधित कंपनी ने न तो ग्रामसभा से कोई प्रस्ताव पारित कराया है और न ही ग्रामवासियों की सहमति ली गई है। इसके बावजूद गांव की कृषि भूमि, सड़कों और सार्वजनिक रास्तों से हाई टेंशन लाइन ले जाने का कार्य किया जा रहा है, जिससे भविष्य में दुर्घटनाओं की आशंका बनी हुई है। खेतों और गांव के आवागमन मार्गों से हाई टेंशन लाइन ले जाना जनहित और सुरक्षा की दृष्टि से अनुचित बताया गया।
ग्रामीणों ने बताया कि उक्त कंपनी द्वारा पूर्व में भी बिना अनुमति बिजली के पोल गाड़ने का प्रयास किया गया था, जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया था। इसके बावजूद कंपनी दोबारा ग्रामसभा की सड़कों और मार्गों से जबरन विद्युत पोल लगाने का प्रयास कर रही है। जबकि संबंधित विद्युत लाइन पहले से ही जाख मार्ग से होकर गुजर रही है, जिस पर ग्रामवासियों को कोई आपत्ति नहीं है। ग्रामीणों की मांग है कि कंपनी पूर्व निर्धारित और स्वीकृत मार्ग से ही विद्युत लाइन ले जाए।
ग्रामीणों ने यह भी कहा कि गांव में लगभग 50 बड़ी कंपनियों ने भूमि खरीदी हुई है। यदि हर कंपनी मनमानी करते हुए ग्रामसभा की परिसंपत्तियों पर कब्जा करने लगेगी, तो ग्रामसभा के अस्तित्व और उसकी संपत्तियों की रक्षा कौन करेगा।
ग्रामीणों ने बताया कि वे इस कार्य का शांतिपूर्ण विरोध कर रहे हैं, लेकिन कंपनी द्वारा दबाव बनाकर कार्य कराने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे गांव में रोष और असंतोष का माहौल है।
इस दौरान ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से शीघ्र हस्तक्षेप की मांग करते हुए संबंधित अधिकारियों और कंपनी को निर्देशित करने की अपील की कि ग्रामवासियों की सहमति और वैधानिक प्रक्रिया पूरी किए बिना कोई भी कार्य न किया जाए तथा गांव की भूमि और सार्वजनिक रास्तों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।



