टिहरी : पर्यटन को बढ़ावा देने की तैयारी, टिहरी जलाशय में सुरक्षित जल-क्रीड़ा गतिविधियों पर जिला प्रशासन की महत्वपूर्ण बैठक
टिहरी : पर्यटन को बढ़ावा देने की तैयारी, टिहरी जलाशय में सुरक्षित जल-क्रीड़ा गतिविधियों पर जिला प्रशासन की महत्वपूर्ण बैठक

“टिहरी बाँध जलाशय की वहन क्षमता एवं सुरक्षित जल-क्रीड़ा गतिविधियों के विकास पर बैठक सम्पन्न”
आज शुक्रवार, जिला कलेक्ट्रेट के वीसी कक्ष में जिलाधिकारी टिहरी नितिका खंडेलवाल की अध्यक्षता में पर्यटन विभाग की “टिहरी बाँध जलाशय की वहन क्षमता एवं सुरक्षित जल-क्रीड़ा गतिविधियों के विकास की संभावनाएँ” विषय पर महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि बोट यूनियन के सभी संचालक निर्धारित जोन में ही बोट संचालन का पालन करें, जिससे किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की संभावना न रहे। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि टेंट सिटी का प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है, जिससे टिहरी में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
बैठक के दौरान नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वॉटरस्पोर्ट्स, गोवा के मैनेजर रणजीत सिंह ने वाटर-स्पोर्ट्स ट्रेनिंग, लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया, फिजिबिलिटी स्टडी, रिस्क असेसमेंट, सेफ्टी ऑडिट तथा अकादमिक कोर्स के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
संस्थान के वाटर-स्पोर्ट्स इंस्ट्रक्टर समीर ने बताया कि देश में यह पहला सर्वे टिहरी में किया जा रहा है। इस सर्वे में यह अध्ययन किया गया कि कितनी बोटें किस क्षेत्र में सुरक्षित रूप से संचालित हो सकती हैं। इसके लिए टिहरी जलाशय को पाँच जोन में चिन्हित किया गया है – कोटि कॉलोनी, ली रोई, डोबरा-चाँटी, नंदगाँव, सादना बोटिंग पॉइंट। सर्वे को दो चरणों – हाई-वाटर लेवल और लो-वाटर लेवल में पूरा किया गया है। टीम ने अपने मुख्य अवलोकन भी साझा किए।
बैठक में बोट यूनियन प्रतिनिधियों ने यॉट मेंटेनेंस, ली रोई बोटिंग पॉइंट तक 200 मीटर सड़क निर्माण, टेंट सिटी जैसी सुविधाओं की आवश्यकता पर भी अपनी बात रखी।
इस बैठक में डीटीडीओ एस एस राणा, एडीबी आशीष कठैत, टीएचडीसी से संजय महार, बोट यूनियन अध्यक्ष लखवीर चौहान एवं बोट यूनियन के सदस्य अनुज, जितेंद्र, भूपेंद्र, प्रवीण, सौरव आदि उपस्थिति रहे।



