टिहरी श्रम विभाग से बड़ी खबर : सिस्टम फेल! ब्लॉकवार योजना पर पानी, विभागीय लापरवाही का शिकार बने निर्माण श्रमिक, दिनभर लाइनें और हाथ खाली
टिहरी श्रम विभाग से बड़ी खबर : सिस्टम फेल! ब्लॉकवार योजना पर पानी, विभागीय लापरवाही का शिकार बने निर्माण श्रमिक, दिनभर लाइनें और हाथ खाली

टिहरी। श्रमिकों की सुविध के उद्देश्य से श्रम प्रवर्तन विभाग टिहरी इन दिनों निर्माण श्रमिकों को टूलकिट, छाता और कंबल वितरण कर रहा है। विभाग द्वारा इसके लिए ब्लॉकवार तिथियाँ भी निर्धारित की गई हैं, ताकि सामग्री वितरण व्यवस्थित रूप से हो सके। लेकिन विभागीय लापरवाही और अव्यवस्था के कारण यह योजना अपने उद्देश्यों से भटकती नजर आ रही है।
सूत्रों के अनुसार विभागीय स्तर पर तय व्यवस्था पर अमल नहीं हो पा रहा है। किसी भी दिन किसी भी ब्लॉक के श्रमिक आकर पंजीकरण कर रहे हैं, जिससे निर्धारित दिन पर पहुंचे श्रमिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विभाग में व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं बची है—जो पहले आ रहा है, उसका नंबर बाद में लग रहा है और जिनका संबंध विभाग से या अन्य लोगों से है, उनका कार्य प्राथमिकता से किया जा रहा है।
श्रमिकों का कहना है कि दूर-दराज से गाड़ी बुकिंग कर आए लोगों को सुबह से लाइन में लगना पड़ता है, परंतु उनका नंबर दोपहर बाद ही आता है। वहीं सामग्री वितरण का कार्य शाम 3 बजे से शुरू होता है, जिसके कारण कई श्रमिकों को रात में ठहरने के लिए होटल का सहारा लेना पड़ता है या फिर महंगे दामों में गाड़ी बुक कर घर लौटना पड़ता है। इससे उनकी जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।
श्रमिकों का यह भी कहना है कि विभाग में बाहरी लोगों का अत्यधिक हस्तक्षेप है — पंजीकरण से लेकर आर्थिक सहायता और सामग्री वितरण तक कुछ लोगों का वर्चस्व बना हुआ है। यही कारण है कि वास्तविक श्रमिकों को समय पर लाभ नहीं मिल पा रहा है।
विभाग को शासन स्तर से बार-बार निर्देश दिए गए हैं कि सामग्री वितरण ब्लॉकवार और निर्धारित तिथियों के अनुसार किया जाए, ताकि अव्यवस्था न फैले। लेकिन कुछ दिन नियम पालन के बाद फिर से जिला मुख्यालय से ही मनमाने ढंग से वितरण शुरू हो जाता है।
श्रमिकों ने शासन से मांग की है कि विभाग में सख्त व्यवस्था लागू की जाए और सामग्री वितरण का कार्य रोस्टर बनाकर प्रत्येक तहसील या ब्लॉक स्तर पर कैंप लगाकर किया जाए। इससे न केवल श्रमिकों को आर्थिक राहत मिलेगी, बल्कि व्यवस्था में पारदर्शिता भी सुनिश्चित हो सकेगी।
इस संबंध में श्रम प्रवर्तन अधिकारी ने बताया कि विभाग में श्रमिकों की भारी भीड़ के कारण असुविधा उत्पन्न हो रही है। उन्होंने कहा, हाल ही में कुछ ब्लॉकों में नवीनीकरण कार्य सीसी सेंटर को दिए गए हैं, जिससे भीड़ कम होगी और श्रमिकों को अपने ही ब्लॉक में सुविधा मिलेगी।
उन्होंने माना कि विभाग में कर्मचारियों की कमी है और इस पर शासन स्तर पर बात की जाएगी। साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बाहरी व्यक्तियों को विभागीय कार्य करने की अनुमति नहीं दी जाएगी और इस संबंध में जल्द ही सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे।


