टिहरी से बड़ी खबर : पदोन्नति न मिलने से नाराज़ टिहरी सीईओ ने दिया इस्तीफ़ा, सचिव शिक्षा को भेजा त्यागपत्र
टिहरी से बड़ी खबर : पदोन्नति न मिलने से नाराज़ टिहरी सीईओ ने दिया इस्तीफ़ा, सचिव शिक्षा को भेजा त्यागपत्र

नई टिहरी। टिहरी के मुख्य शिक्षा अधिकारी (सीईओ) एसपी सेमवाल ने विभागीय व्यवस्थाओं से क्षुब्ध होकर इस्तीफ़ा दे दिया है। उन्होंने अपना त्यागपत्र सचिव विद्यालयी शिक्षा को भेज दिया है, जिससे प्रदेशभर में शिक्षा विभाग में हलचल मच गई है।
सेमवाल ने अपने त्यागपत्र में स्पष्ट किया है कि उन्हें बीते आठ माह से अपर निदेशक पद पर पदोन्नति नहीं दी गई। लगातार वरिष्ठता के बावजूद पदोन्नति रोके जाने से वे आहत हैं। गौरतलब है कि सेमवाल अगले वर्ष जनवरी 2026 में सेवानिवृत्त होने वाले हैं।
प्रशासनिक हलचल
सीईओ के अचानक इस्तीफ़े की ख़बर से शिक्षा विभाग के अधिकारी सकते में हैं। विभागीय सूत्रों का कहना है कि मामला उच्च स्तर तक पहुँच गया है और सचिवालय से जल्द ही स्थिति स्पष्ट की जा सकती है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
सीईओ के इस्तीफ़े को लेकर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है। विपक्षी नेताओं का कहना है कि वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ऐसा व्यवहार शिक्षा व्यवस्था की गंभीरता को दर्शाता है। वहीं, सत्ता पक्ष का कहना है कि मामला विभागीय स्तर का है और इसका समाधान बातचीत से निकाला जाएगा।
शिक्षक संघ की प्रतिक्रिया
शिक्षक संगठनों ने भी सेमवाल के त्यागपत्र को चिंता का विषय बताया है। उनका कहना है कि पदोन्नति में पारदर्शिता और समयबद्धता नहीं होने से अधिकारियों और शिक्षकों में असंतोष बढ़ रहा है।
सेमवाल की पृष्ठभूमि व योगदान
एसपी सेमवाल ने अपने कार्यकाल में ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यालयी शिक्षा को मज़बूत करने की दिशा में महत्त्वपूर्ण पहल की।
नई टिहरी सहित पर्वतीय क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए ‘विद्यालय चलो अभियान’ को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया।
स्कूलों में आधारभूत सुविधाओं को सुधारने और डिजिटल शिक्षा के विस्तार में अहम भूमिका निभाई।
कई बार दूरस्थ क्षेत्रों में शिक्षकों की कमी पूरी कराने के लिए सरकार को सुझाव दिए, जिन पर अमल भी हुआ।
उनकी पहचान एक कर्मठ और स्पष्टवादी अधिकारी के रूप में रही है। इस्तीफ़े के बाद अब शिक्षा विभाग में यह बहस तेज हो गई है कि वरिष्ठ और अनुभवी अधिकारियों की उपेक्षा से विभाग की कार्यक्षमता प्रभावित हो रही है।