नगर पालिका परिषद चंबा में बिना बोर्ड बैठक के टेंडर स्वीकृत, सभासदों ने जताई नाराजगी, अधिशासी अधिकारी से की मुलाकात
नगर पालिका परिषद चंबा में बिना बोर्ड बैठक के टेंडर स्वीकृत, सभासदों ने जताई नाराजगी, अधिशासी अधिकारी से की मुलाकात
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चंबा। नगर पालिका परिषद चंबा में बिना बोर्ड बैठक के लाखों के टेंडर स्वीकृत करने पर सभासदों में भारी आक्रोश है। शुक्रवार को नगर पालिका परिषद के कई सभासदों ने अधिशासी अधिकारी (ईओ) से मुलाकात कर टेंडर निरस्त करने की मांग की। उन्होंने कहा कि बिना उनकी जानकारी और सहमति के 50 लाख 38 हजार रुपये के टेंडर जारी कर दिए गए, जबकि अब तक बोर्ड बैठक हुई ही नहीं।
सभासदों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि नगर क्षेत्र में आवश्यक विकास कार्यों के प्रस्ताव रखने का उन्हें मौका ही नहीं दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर पालिका प्रशासन ने मनमाने तरीके से टेंडर जारी कर दिए और इसकी जानकारी बोर्ड के किसी भी सदस्य को नहीं दी। सभासदों को इस बारे में समाचार पत्रों के माध्यम से पता चला, जिससे उनमें रोष व्याप्त है।
सभासदों ने ईओ से स्पष्ट रूप से कहा कि बिना बोर्ड बैठक के स्वीकृत सभी टेंडर तत्काल प्रभाव से निरस्त किए जाएं। उनका कहना था कि नव-निर्वाचित बोर्ड के समक्ष निर्माण कार्यों के प्रस्ताव रखे जाने चाहिए थे, जिसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाता। इस बारे में इस बारे में अधिशासी अधिकारी नगर पालिका चंबा ने बताया कि टेंडर प्रक्रिया पर सभासदों ने आपत्ति दर्ज की है। इस बारे में अध्यक्ष नगर पालिका के साथ बैठक कर इस मामले का निस्तारण किया जाएगा।
इस मौके पर सभासद शक्ति प्रसाद जोशी, विक्रम सिंह चौहान, महेश पैन्यूली, अरविन्द मखलोगा, मनोरमा नकोटी, सरोजनी गैरोला, गौरब फोन्दणी, रचना और दीपक सिंह सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे। सभासदों ने चेतावनी दी कि यदि टेंडर निरस्त नहीं किए गए तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
अब देखना होगा कि नगर पालिका प्रशासन इस पर क्या रुख अपनाता है और सभासदों की मांगों पर क्या कदम उठाए जाते हैं।