देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी की नर्सिंग कॉलेज टीम ने रचा इतिहास, बास्केटबॉल टूर्नामेंट 2024 का खिताब जीता
देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी की नर्सिंग कॉलेज टीम ने रचा इतिहास, बास्केटबॉल टूर्नामेंट 2024 का खिताब जीता

जौलीग्रांट स्थित हिमालयन हॉस्पिटल में आयोजित दो दिवसीय बास्केटबॉल टूर्नामेंट का समापन मंगलवार को हुआ। फाइनल मुकाबले में नर्सिंग कॉलेज, देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी की टीम ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए हिमालयन हॉस्पिटल बॉयज को 37-32 से हराकर ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। यह जीत खिलाड़ियों के समर्पण, अनुशासन और टीम वर्क का शानदार उदाहरण रही।
कप्तान के नेतृत्व में दिखी टीम की एकजुटता
टीम के कप्तान शिवांग नेगी के नेतृत्व में खिलाड़ियों ने पूरे मैच में आत्मविश्वास और कुशल रणनीति का परिचय दिया। टीम के प्रमुख खिलाड़ियों में पीयूष, अभिषेक, सुमित, नौशाद, विपिन, ऋषभ, देवांग, अनुप, टेंजिन और प्रणव शामिल रहे। खिलाड़ियों ने हर क्वार्टर में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया और अंत तक अपनी पकड़ बनाए रखी।
कोच और डीन ने बढ़ाया मनोबल
टीम की इस शानदार जीत का श्रेय कोच नवल पुंडीर और दिव्या गौड़ को भी जाता है, जिन्होंने खिलाड़ियों को बेहतरीन तरीके से तैयार किया। कॉलेज ऑफ नर्सिंग की डीन, डॉ. सुमन वशिष्ठ ने विजेता टीम को बधाई देते हुए कहा, “यह जीत खिलाड़ियों की मेहनत, कोच के मार्गदर्शन और उनके जुनून का नतीजा है। टीम ने न केवल यूनिवर्सिटी का मान बढ़ाया है, बल्कि दूसरे छात्रों को भी प्रेरित किया है।”
खिलाड़ियों ने बताया जीत का राज
जीत के बाद टीम के खिलाड़ियों ने अपनी सफलता का श्रेय टीम वर्क और कठिन अभ्यास को दिया। कप्तान शिवांग ने कहा, “हमारी रणनीति स्पष्ट थी—हर खिलाड़ी को अपनी भूमिका निभानी थी। कोच और पूरी टीम का सहयोग हमारे लिए प्रेरणादायक रहा।”
खेल भावना और प्रतिस्पर्धा का शानदार प्रदर्शन
इस टूर्नामेंट में न केवल खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, बल्कि खेल भावना का भी परिचय दिया। हिमालयन हॉस्पिटल बॉयज की टीम ने भी कड़ी टक्कर दी, लेकिन नर्सिंग कॉलेज की टीम ने आखिरी क्षण तक अपने प्रदर्शन को बरकरार रखा।
भविष्य के लिए प्रेरणा
यह जीत नर्सिंग कॉलेज, देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। यह न केवल खेल के क्षेत्र में बल्कि छात्रों के आत्मविश्वास को भी बढ़ावा देगी। खिलाड़ियों ने साबित कर दिया कि कठिन परिश्रम और एकजुटता से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।
यूनिवर्सिटी और राज्य को उम्मीद है कि ये खिलाड़ी भविष्य में और भी ऊंचाइयों को छुएंगे और खेल के क्षेत्र में नई पहचान बनाएंगे।