टिहरी : जिला चिकित्सालय बनेगा हाईटेक, दून और कोरोनेशन की तर्ज पर होगा सुदृढ़ीकरण
टिहरी : जिला चिकित्सालय बनेगा हाईटेक, दून और कोरोनेशन की तर्ज पर होगा सुदृढ़ीकरण
टिहरी गढ़वाल के जिला चिकित्सालय को जल्द ही प्रदेश के बेहतरीन अस्पतालों में शामिल करने की तैयारी हो रही है। इसे दून अस्पताल और कोरोनेशन की तर्ज पर सुदृढ़ और अत्याधुनिक बनाने का निर्णय लिया गया है। विधायक किशोर उपाध्याय की उपस्थिति में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में आज जिला चिकित्सालय प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में अस्पताल के व्यापक सुधार और आधुनिकीकरण पर चर्चा हुई।
मई 2025 तक पूरा होगा सुधार कार्य
बैठक में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने निर्देश दिया कि मई 2025 तक अस्पताल की आधारभूत संरचना का सुदृढ़ीकरण और अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों की स्थापना पूरी हो जानी चाहिए। प्रसव कक्ष, ऑपरेशन थियेटर (OT) और माइनर ऑपरेशन थियेटर को उच्च तकनीकी उपकरणों से सुसज्जित करने के लिए संबंधित विभागों को तुरंत इस्टीमेट तैयार करने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही डॉक्टरों और कर्मचारियों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए, ताकि वे अपनी पूरी क्षमता से कार्य कर सकें और मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
अस्पताल का होगा पूर्ण कायाकल्प
क्षेत्रीय विधायक किशोर उपाध्याय ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यटन राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल हैं, और जिला चिकित्सालय का कायाकल्प इन्हीं प्राथमिकताओं का हिस्सा है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि अस्पताल को दून हॉस्पिटल और कोरोनेशन की तर्ज पर सुधारना है, ताकि स्थानीय जनता को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। इसके साथ ही उन्होंने मेडिकल कॉलेज की अंतिम स्वीकृति के लिए जिलाधिकारी को शासन स्तर पर वार्ता करने को कहा।
अत्याधुनिक उपकरणों से लैस होगा अस्पताल
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. श्याम विजय ने बताया कि अस्पताल के लिए पोर्टेबल ओ.टी. लाइट, माइक्रोस्कोप, ए.सी., ऑटो एनालाइजर, ई.सी.टी मशीन समेत कई अन्य आधुनिक उपकरण खरीदे जा रहे हैं। इसके अलावा अस्पताल के विभिन्न वार्डों के लिए फर्नीचर, चादरें, तौलिये, और अन्य आवश्यक वस्तुओं की व्यवस्था की जाएगी। प्रसव कक्ष में स्लाइडिंग दरवाजे लगाए जाएंगे, और आयुष्मान रूम तथा रजिस्ट्रेशन काउंटर की मरम्मत भी प्राथमिकता पर की जाएगी।
मरम्मत और सौंदर्यीकरण कार्य भी होंगे प्राथमिकता पर
अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई बृजेश गुप्ता ने बताया कि जिला चिकित्सालय की छत की मरम्मत, वाटर प्रूफिंग, क्षतिग्रस्त टाइल्स का ध्वस्तीकरण, और नई टाइल्स लगाने का प्रस्ताव पेश किया गया है। इसके साथ ही शौचालयों की मरम्मत, क्षतिग्रस्त पानी की टंकियों का बदलाव, ड्रेनेज सिस्टम की मरम्मत, और पूरे अस्पताल में रंगाई-पुताई का कार्य भी किया जाएगा।
इस महत्वपूर्ण बैठक में सीएमएस डॉ. अमित राय, एसटीओ मनोज कुमार पांडेय, सांसद प्रतिनिधि रामलाल नौटियाल समेत अन्य संबंधित अधिकारी और चिकित्सा कर्मी उपस्थित थे।
अगर सब कुछ योजना के हिसाब से हुआ तो इस सुधार योजना के लागू होने के बाद, टिहरी का जिला चिकित्सालय जल्द ही एक अत्याधुनिक स्वास्थ्य केंद्र के रूप में उभरेगा, जो स्थानीय जनता को उन्नत और सुलभ चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेगा।