टिहरी : विश्वविद्यालय में सम्बद्ध निजी संस्थानों की बैठक सम्पन्न, कुलपति ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और शोध पर दिया जोर
टिहरी : विश्वविद्यालय में सम्बद्ध निजी संस्थानों की बैठक सम्पन्न, कुलपति ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और शोध पर दिया जोर

दिनांक 12 सितंबर 2024 को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एन.के. जोशी की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय के बैठक कक्ष में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में विश्वविद्यालय से सम्बद्ध सभी निजी स्ववित्त पोषित संस्थानों के प्रबंधकों, निदेशकों और प्राचार्यों ने भाग लिया। बैठक का उद्देश्य सम्बद्धता प्रकरणों, शैक्षणिक गतिविधियों, और भविष्य की कार्ययोजनाओं पर गहन विचार-विमर्श करना था।
बैठक की शुरुआत विश्वविद्यालय के कुलसचिव दिनेश चंद्रा द्वारा अतिथियों के स्वागत और अभिनंदन से हुई। इसके बाद, सभी प्रबंधकों और निदेशकों ने अपना परिचय प्रस्तुत किया।
कुलपति ने विश्वविद्यालय के प्रयासों की दी जानकारी
प्रो. एन.के. जोशी ने बैठक में उपस्थित प्रतिनिधियों को विश्वविद्यालय द्वारा पिछले डेढ़ साल में किए गए उत्कृष्ट कार्यों और नवाचारों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की प्राथमिकता हमेशा से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना रही है। इसके साथ ही, उन्होंने सम्बद्ध संस्थानों से अपेक्षा की कि वे अपने संस्थानों में छात्रों को उच्च स्तरीय शिक्षा मुहैया कराएं और विभिन्न राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय शैक्षणिक व औद्योगिक संस्थानों से समझौता ज्ञापन (MoU) करें। इससे छात्रों को व्यावसायिक और शैक्षणिक प्रशिक्षण का बेहतर अवसर मिलेगा।
शोध और डिजिटल क्रांति पर विशेष जोर
प्रो. जोशी ने निजी संस्थानों को निर्देशित करते हुए कहा कि शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ संकाय सदस्यों को शोध और जर्नल प्रकाशन पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सेमिनार, कार्यशालाओं और व्याख्यानों का आयोजन करने की सलाह दी, जिससे संस्थानों को उच्च स्तरीय शैक्षणिक प्रतिष्ठा प्राप्त हो सके।
उन्होंने कहा, “आज का युग डिजिटल क्रांति का है। सभी संस्थान अपने संस्थान की उपलब्धियों को सोशल मीडिया पर साझा करें, जिससे अधिक से अधिक छात्रों तक उनकी जानकारी पहुंच सके।”
नैक (NAAC) की तैयारियों पर चर्चा
कुलपति ने सभी सम्बद्ध संस्थानों को निर्देश दिया कि वे नैक की तैयारियों को शीघ्र शुरू करें ताकि आगामी वर्षों में नैक में अच्छे परिणाम हासिल किए जा सकें। इसके साथ ही, सम्बद्धता और मान्यता के मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा हुई। प्रो. जोशी ने संस्थानों को समय-समय पर फैकल्टी अनुमोदन और सम्बद्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
प्रश्नों और समस्याओं का समाधान
कतिपय संस्थानों द्वारा बैठक में मान्यता और सम्बद्धता से संबंधित कुछ समस्याओं को प्रस्तुत किया गया, जिनका निवारण विश्वविद्यालय स्तर पर करने का आश्वासन दिया गया।
बैठक में विश्वविद्यालय के उपकुलसचिव डॉ. आर.के. जोशी, प्राइवेट सचिव कुलपति वरुण डोभाल, विरेंद्र सिंह, कुलदीप सिंह, पूनम रावत सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।