टिहरी : आपदाग्रस्त क्षेत्रों में तेजी से चल रहा पुनर्निर्माण कार्य, जिलाधिकारी के निर्देशन में विभिन्न विभाग सक्रिय
टिहरी : आपदाग्रस्त क्षेत्रों में तेजी से चल रहा पुनर्निर्माण कार्य, जिलाधिकारी के निर्देशन में विभिन्न विभाग सक्रिय
हाल ही में हुई भारी वर्षा और बादल फटने की घटनाओं से प्रभावित टिहरी जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पुनर्निर्माण और राहत कार्य तेजी से चल रहा है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के कुशल नेतृत्व में प्रशासन और विभिन्न विभागों द्वारा त्वरित और समन्वित प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे जनजीवन को सामान्य करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हो रही है।
प्रभावित क्षेत्रों का भूगर्भीय निरीक्षण और पुनर्निर्माण कार्य
तहसील बालगंगा और घनसाली के थाती, बुढ़ाकेदार, तोली, तिनगढ़, जखाणा, घुत्तू, गेंवाली, जखन्याली, कोट, और विशन जैसे आपदाग्रस्त क्षेत्रों में सड़कों, सिंचाई नहरों, पेयजल लाइनों, विद्युत लाइनों और कृषि भूमि को भारी नुकसान पहुंचा है। भूवैज्ञानिकों की टीम द्वारा इन क्षेत्रों का निरीक्षण किया गया, जिसमें कैलाबागी, नगर कोटियाड़ा, मेंदू सिंदवाल गांव और भाट गांव जैसे स्थानों का भूगर्भीय अध्ययन शामिल है। इससे भविष्य में आपदा प्रबंधन और सुरक्षा उपायों की दिशा में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो रही है।
पेयजल और विद्युत आपूर्ति बहाल:
अधिशासी अभियंता, उत्तराखंड पेयजल निगम, घनसाली के अनुसार, बुढाकेदार, जखन्याली और घुत्तू क्षेत्रों की अधिकांश पेयजल योजनाओं में अस्थायी जलापूर्ति बहाल कर दी गई है, जबकि स्थायी मरम्मत के लिए प्रस्ताव भेजे गए हैं। विद्युत विभाग ने भी तेजी से काम करते हुए प्रभावित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति को पुनः चालू किया है।
सड़क और यातायात की स्थिति में सुधार:
पीएमजीएसवाई-1 के अधिशासी अभियंता पवन कुमार ने बताया कि बूढ़ाकेदार-पिंसवाड़ मार्ग और मेंदू सिंदवाल मोटर मार्ग का मरम्मत कार्य प्रगति पर है। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ने भी घनसाली-घुत्तू मार्ग पर गेबियन कार्य को सड़क स्तर तक पूरा करने की जानकारी दी।
पशु और कृषि क्षेत्र में राहत कार्य
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी के अनुसार, तिनगढ़ और जखन्याली में पशु हानि के प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं और प्रभावित पशुपालकों को चारा वितरित किया गया है। वहीं, जिला उद्यान अधिकारी चंदन बिष्ट ने बताया कि प्रभावित कृषकों से पॉलीहाउस निर्माण और फलदार पौधों की क्षति पूर्ति के लिए आवेदन पत्र लिए जा रहे हैं। इसके अलावा, सब्जी फसल की क्षति पूर्ति के लिए उच्च गुणवत्तायुक्त बीज भी जल्द ही उपलब्ध कराए जाएंगे।
आपदा प्रभावित परिवारों के लिए राहत सामग्री और राशन की व्यवस्था
जिला पूर्ति अधिकारी मनोज डोभाल ने बताया कि इंटर कॉलेज घुत्तू में आपदा प्रभावित परिवारों के लिए रसोई संचालित की जा रही है, जहां उन्हें प्रतिदिन नाश्ता और भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके साथ ही, प्रभावित क्षेत्रों में सितंबर तक के पीडीएस राशन की आपूर्ति भी सुनिश्चित की गई है।
समर्पित प्रयासों से सामान्य हो रहा जनजीवन
प्रशासन और विभिन्न विभागों के संयुक्त प्रयासों से टिहरी जिले के आपदाग्रस्त क्षेत्रों में जनजीवन तेजी से सामान्य हो रहा है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के नेतृत्व में सभी विभाग आपदा प्रबंधन और राहत कार्यों में जुटे हुए हैं, जिससे प्रभावित क्षेत्रों में सामान्य स्थिति बहाल करने में मदद मिल रही है।