टिहरी : घनसाली में अतिवृष्टि का कहर, पशुओं को भारी नुकसान
टिहरी : घनसाली में अतिवृष्टि का कहर, पशुओं को भारी नुकसान

टिहरी जिले के घनसाली तहसील के घुत्तू क्षेत्र में 21 अगस्त की रात को हुई भीषण अतिवृष्टि ने कहर बरपाया। इस प्राकृतिक आपदा से दो परिवारों के 10 सदस्य गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं। सुरक्षा की दृष्टि से इन सभी को तत्काल रा.इ.का. नवजीवन आश्रम में शरण दी गई है, जहां उनके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं।
पशुधन और आवास को भारी नुकसान:
इस आपदा में 14 पशुओं की दुखद मृत्यु हो गई, जिसमें 8 गाय, 3 बछड़े और 3 बैल शामिल हैं। एक गाय के गोशाला में दबे होने की आशंका जताई जा रही है, जबकि एक बैल घायल अवस्था में पाया गया। इसके अलावा, 5 गौशालाएं पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं। वहीं, 3 आवासीय भवन आंशिक रूप से और 2 भवन पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं।
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई:
जिला आपदा अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया कि प्रभावित परिवारों को तुरंत राहत पहुंचाने के लिए मानकानुसार वितरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्रशासन की ओर से प्रभावित क्षेत्रों में खोज एवं बचाव कार्य तेज कर दिए गए हैं। बाधित मोटर मार्गों की बहाली, पेयजल आपूर्ति और विद्युत व्यवस्था को पुनः सुचारू करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य जारी है।
पेयजल और सिंचाई योजनाओं को नुकसान:
अतिवृष्टि के कारण पेयजल निगम की 12 योजनाएं और जल संस्थान की 6 योजनाएं क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इनमें से कुछ क्षेत्रों में अस्थायी रूप से पेयजल आपूर्ति बहाल कर दी गई है, जबकि बाकी योजनाओं की मरम्मत का कार्य प्रगति पर है। इसके अलावा, सिंचाई विभाग की 10 नहरें भी बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।
*मोटर मार्ग और विद्युत आपूर्ति बाधित:
घनसाली-घुत्तू जिला मोटर मार्ग के कई किलोमीटर हिस्सों पर मलबा आने से यातायात ठप हो गया था। हालांकि, तीन स्थानों पर मार्ग को पुनः सुचारू कर दिया गया है, जबकि बाकी हिस्सों में जेसीबी मशीनों के माध्यम से मलबा हटाने का कार्य जारी है। अतिवृष्टि के कारण कई गांवों में विद्युत आपूर्ति भी बाधित हो गई थी, जिसे बहाल करने के लिए विद्युत विभाग द्वारा तेजी से कार्य किया जा रहा है।
स्थिति पर प्रशासन की निगरानी:
जिला प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है और प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन को तुरंत सूचित करें।