टिहरी : मुख्य विकास अधिकारी ने किया राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका कार्यशाला का शुभारंभ
टिहरी : मुख्य विकास अधिकारी ने किया राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका कार्यशाला का शुभारंभ
टिहरी गढ़वाल*: राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के अंतर्गत जनपद टिहरी गढ़वाल में दो दिवसीय जिला स्तरीय वित्तीय समावेशन कार्यशाला का शुभारंभ गुरुवार को मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अभिषेक त्रिपाठी की उपस्थिति में किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल वित्त और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है, जिससे महिलाओं और समाज के वंचित वर्गों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा सके।
कार्यशाला में जिले और विकासखंड स्तर की टीमों, जिसमें ब्लॉक मिशन प्रबंधक, एरिया कॉर्डिनेटर, और बैंक बीसी सखियों (Business Correspondent Sakhi) ने भाग लिया। कार्यशाला में डी.जी.पे. सखियों को भी शामिल किया गया, जो डिजिटल वित्तीय सेवाओं को ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
मुख्य विकास अधिकारी डॉ. त्रिपाठी ने अपने संबोधन में कहा, “बीसी सखी और बैंक सखियों को अपनी सभी आय और व्यय का लेखा-जोखा ऑनलाइन के साथ ही ऑफलाइन भी रखना चाहिए। इससे वित्तीय पारदर्शिता बनी रहेगी और भविष्य में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी से बचा जा सकेगा।” उन्होंने आगे कहा कि अगर बैंक सखियों को किसी प्रकार की बैंकिंग समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो वे तत्काल जनपद टीम को इसकी जानकारी दें ताकि समस्या का शीघ्र समाधान किया जा सके।
कार्यशाला में विशेष रूप से बीसी सखियों को यह सिखाया गया कि वे कैसे ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल वित्तीय सेवाओं को सरल और सुलभ बना सकती हैं। डॉ. त्रिपाठी ने सभी प्रतिभागियों को निर्देशित किया कि वे ग्रामीण महिलाओं को डिजिटल वित्तीय साधनों का उपयोग करने के लिए प्रेरित करें, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें।
इस कार्यशाला से ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय समावेशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। इसके माध्यम से न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी, बल्कि महिलाओं और वंचित वर्गों को भी आर्थिक स्वतंत्रता प्राप्त होगी।