देहरादून, 25 जून 2024: उत्तराखंड राज्य में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम उठाते हुए पहली बार राज्य स्तर पर आयोजित संयुक्त बी.एड. प्रवेश परीक्षा 2024-26 का परिणाम आज घोषित कर दिया गया। इस परीक्षा का सफल आयोजन श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय द्वारा 9 जून 2024 को कुमाऊं और गढ़वाल मंडल के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर किया गया था।
प्रथम बार आयोजित परीक्षा का सफल आयोजन
सत्र 2024-26 में बी.एड. पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु राज्य सरकार और शासन द्वारा श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। विश्वविद्यालय ने इस चुनौती को स्वीकारते हुए पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ परीक्षा का आयोजन किया। कुलपति प्रोफेसर एन.के. जोशी ने बताया कि परीक्षा के दौरान सभी केंद्रों पर कड़ी निगरानी रखी गई थी, जिससे निष्पक्षता सुनिश्चित की जा सके।
उच्च शिक्षा विभाग का सहयोग
परिणाम घोषित करते हुए प्रो. जोशी ने उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, उच्च शिक्षा सचिव श्री शैलेश बगोली और अपर सचिव डॉ. आशीष श्रीवास्तव का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सरकार और शासन द्वारा जताए गए विश्वास पर खरा उतरने के लिए विश्वविद्यालय की टीम ने पूरी मेहनत और ईमानदारी से कार्य किया।
ऑनलाइन परिणाम पोर्टल
अभ्यर्थी अपने परिणाम उच्च शिक्षा विभाग के शासकीय पोर्टल [ukentrance.samarth.edu.in](https://ukentrance.samarth.edu.in/) पर ऑनलाइन देख सकते हैं। प्रो. जोशी ने इस अवसर पर बी.एड. संयुक्त प्रवेश परीक्षा हेतु गठित समिति के सदस्यों, विश्वविद्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों की प्रशंसा की और उन्हें बधाई दी।
शिक्षा क्षेत्र में नई पहल
उत्तराखंड राज्य में पहली बार आयोजित की गई इस संयुक्त बी.एड. प्रवेश परीक्षा ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक नई पहल की शुरुआत की है। यह परीक्षा न केवल पारदर्शिता और निष्पक्षता का प्रतीक बनी, बल्कि समयबद्धता के साथ परिणाम घोषित कर एक मिसाल भी कायम की है।
समर्थ पोर्टल का उपयोग
इस वर्ष संयुक्त बी.एड. प्रवेश परीक्षा के आवेदन समर्थ पोर्टल के माध्यम से भरे गए थे, जिससे प्रक्रिया को सुगम और पारदर्शी बनाया जा सका। निर्धारित समय और तिथि के अनुरूप प्रवेश परीक्षा का सफल आयोजन किया गया, जो कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
इस ऐतिहासिक पहल से उत्तराखंड में शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता और पारदर्शिता को बढ़ावा मिलेगा, जिससे राज्य के शिक्षण संस्थानों में उत्कृष्टता की नई ऊँचाइयों को छूने का अवसर प्राप्त होगा।