टिहरी : सतीश रावत का द्रौपदी के डांडा से किया शव बरामद, शव के चंबा पहुंचते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
टिहरी : सतीश रावत का द्रौपदी के डांडा से किया शव बरामद, शव के चंबा पहुंचते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
नई टिहरी, मुकेश रतूड़ी, एवलांच की चपेट में आए पर्वतारोही सतीश रावत (26) का शव रविवार को द्रौपदी के डांडा से सुबह बरामद करने के बाद मातली हेलीपैड लाया गया। जहां परिजनों ने शव की शिनाख्त की। शव के चंबा पहुंचते ही वहां कोहराम मच गया। सोमवार को उनका अंतिम संस्कार कोटेश्वर घाट पर किया जाएगा।
बता दें कि बीते 4 अक्तूबर को नेहरू पर्वतारोहण संस्थान का 41 सदस्यीय दल एडवांस कोर्स प्रशिक्षण के लिए उत्तरकाशी की द्रौपदी के डांडा (डीकेडी) चोटी पर जा रहे थे। इस दौरान आए एवलांच के दौरान दो दर्जन से अधिक प्रशिक्षु पर्वतारोही और प्रशिक्षकों की मौत हो गई थी। गजा तहसील के ग्राम पंचायत थन्यूल और वर्तमान में ब्लॉक रोड चंबा निवासी सतीश रावत पुत्र शूरवीर सिंह रावत इस घटना के बाद से लापता चल रहे थे। इसके लिए एसडीआरएफ और अन्य एजेंसियां लगातार रेस्क्यू अभियान चलाए हुए है। लेकिन बार-बार मौसम खराब होने के कारण रेस्क्यू कार्य प्रभावित हो रहा है। रविवार को चंबा निवासी सतीश रावत का शव रेस्क्यू टीम ने बरामद कर मातली हेलीपैड लाया। जहां पर सतीश के परिजनों ने शव की शिनाख्त कर ली। रविवार अपराहन पौने 4 बजे शव चंबा पहुंचा। शव पहुंचते वहां लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। परिजनों और रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल है। एक महीने बाद ही सतीश की छोटी बहन की शादी होनी है। जिसके लिए परिजन तैयारियों में जुटे थे। लेकिन इस बीच इस घटना से परिवार की खुशियां काफूर हो गई। सतीश एक छोटा भाई भी है। सतीश के पिता शूरवीर सिंह रावत की चंबा में फर्नीचर की दुकान है। परिजनों ने बताया कि सोमवार सुबह पैतृक घाट कोटेश्वर घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस मौके पर पूर्व प्रमुख खेम सिंह चौहान, विहिप के जिलाध्यक्ष सुरम तोपवाल, सभासद शक्ति जोशी, जबर सिंह चौहान आदि मौजूद थे।